Category: शशि पाधा
35 हम रीत न तोड़ेंगे बचपन की यादें सीपी में जोडेंगे । 36 पुरवा संग आए हैं पंछी पाहुन का संदेसा लाए हैं । 37 …
धूप के रंग 1 धूप कणियाँ खुल गई गठरी चिडियाँ चुगे 2 इन्द्र धनुष सतरंगी झूलना झूलती धूप 3 जेठ महीना सुलगी दोपहरी कुंदन -तन 4 अमलतास धूप -रँगे …
18 तरुवर की छाया है मौसम बदलेगा कुछ दिन की माया है । 19 अपनों से डरते हो अखियाँ बंद करूँ सपनो में सजते हो । 20 कितनी हरियाली …
1 शबनम के गहने हैं नभ ने भेजे हैं धरती ने पहने हैं । 2 तुम कैसे मानोगे पीड़ा मौन रही तुम कैसे जानोगे । 3 आँगन की तुलसी …
जल रहा अलाव आज लोग भी होंगे वहीं मन की पीर –भटकनें झोंकते होंगे वहीं कहीं कोई सुना रहा विषाद की व्यथा कथा कोई काँधे हाथ धर निभा …