मुक्तक -“क्या कहूँ” shakuntala tarar 09/01/2016 शकुंतला तरार No Comments “क्या कहूँ” तुम्हें घटा कहूँ तो आसमां पिघल जाये , तुम्हें हवा कहूँ तो बागबां मचल जाये , मैं किसी भी नाम से तुमको पुकारूँ जानम, जो कोई और … [Continue Reading...]