Category: सम्पा गांगुली
दुँअाए तु लेता चल , मत कर काम बुरा , सोच मत ! करके देख मिलेगा सुख बहुत बड़ा , अबतक किया जो तुने काम बुरा , पाया क्या …
न जागा हुआ हु न सोया हुआ हुँ, मैं तो किसी की यादों में खोया हुआ हुँ, दिल बारबार ये कहता है, क्यु !आख़ीर तू इतना सहता है, दिल …
तु अब क्यु डरे मेरे बच्चे , मैं हु न साथ तुम्हारे, चल सम्हल आगे बड़ मेरे बच्चे ,मेरे बाज़ुओं के सहारे।। डरना अब तु बिलकुल नहीं ,डर की …
एै चाँद तु टुकुर टुकुर किसको निहारे? आसपास तो भरी पड़ी है कितने झिलमिल सितारे, मेरा भी कभी मन करता था , तारो को ज़मीन पे तोड़ के लाऊँ …
खुबसुरत है यह धरती कितनी , तु ने हि दिखलाया, ममता कितनी कोमल होति है , एहसास तुने दिलाया, सुख का अनुभव कर पायी मैं तेरे आँचल के हि …
मौत के दरवाज़े खड़ा एक जवान ने परिवार को खुन से लिखकर भेजि एक ख़त , जिसमें लिखा था, “दरवाज़े पे जब मेरा मृत देह तुम देखोगी माँ , …
बागो में सारे फ़ुल खिल गए, तितलियाँ देख मुस्कुराई, पंछी पेड़ों पर चहचहा उठे , जब सुबह ने लि अंगराई।। जाग जा एै खुदा के बंदे , देख तु …
ठिठुर -ठिठुर कर काँप रहे है फुटपाथ पे कितने ग़रीब बेसाहारे , तन ढकने को न कपड़ा है न ही कोइ चादर, ऐसे कितनों कि बात बताऊँ , हम …
कुछ और पल हाथ में बस फिर इस साल को कहेगें अलविदा, कल का सुरज नया होगा ,होगा एक नया सवेरा। जितने भी थे अरमान हमारे ,नये साल में …
फ़ुल बीछाया है हमने आज उनके राहों में , ताकी चोट न लग जाए उनके पाँव में । ऐै फुलों सहला देना तुम्हारे कोमल स्पर्श से , कहीं कोई …
न जागा हुआ हु न सोया हुआ हु, मैं तो किसी की यादों में खोया हुआ हु। दिल बारबार ये कहता है क्यूँ ? आख़ीर तू सहता है, जाके …
तन्हाइ– जब भी आसमान मे तारे चमकते है तो तेरी याद आति है । जब कोइ मीठी सी गीत सुनाता है तो तेरी याद आती है । बचपन का …
माँ अचानक मेरी सासे कयु कम हो रही है , तु क़ाहा है माँ तेरी बेटी ढुंढ रही है तुझे , सायद ये पल आख़री हो , क्या मै …
सुखे हुए फुलों का यहि होता अंजाम, पैरों तले ही कुचले जाते है , सुबह हो या शाम। जिस माटी से असने जन्म लिया और उसी में जाके समाए …