क्या कोई रोक पाया है अशोक कुमार शुक्ला 08/02/2012 रजनी अनुरागी 1 Comment क्या कोई रोक पाया है कभी हवा का बहना बीज का अंकुरित होना फूलों का खिलना फिर कैसे रोक पाएगा कभी कोई संसार की श्रेष्टतम भावना प्रेम का फलना–फूलना [Continue Reading...]
शेष-अशेष अशोक कुमार शुक्ला 08/02/2012 रजनी अनुरागी No Comments सब कुछ होने पर भी कुछ नहीं रहता कुछ नहीं रहने पर रहता है कुछ शेष [Continue Reading...]