देखा है मैने rkhimanshu 13/12/2012 रचना श्रीवास्तव 2 Comments माँ देखा मैने – बहुत कुछ देखा बेनूर लोग बेरंग ये दुनिया देखा है मैने खुद आगे जाने को कुचला उसे स्वार्थी हुआ इन्सान देखा है मैने धर्म की आँधी … [Continue Reading...]
उम्र जो बढ़ी rkhimanshu 12/12/2012 रचना श्रीवास्तव 1 Comment उम्र जो बढ़ी बढ़ा जोश उनका कुछ पद था कुछ पैसे का बल माता पिता की थी अपनी दुनिया लड़खड़ाती हाथों में ले के प्याले गाड़ी पैसा दे छोड़ … [Continue Reading...]