Category: मंजु ईणखिया
उसके आँसू मुझ तक आते-आते शब्द बन गए और मैने उन शब्दोँ को कर लिया कलमबद्ध और वे आँसू कैद है आज उन कोरे कागज के पन्नोँ मेँ जो …
उसके आँसू मुझ तक आते-आते शब्द बन गए और मैने उन शब्दोँ को कर लिया कलमबद्ध और वे आँसू कैद है आज उन कोरे कागज के पन्नोँ मेँ जो …
मिट्टी को मोहब्बत हुयी एक बीज के साथ और जिससे पैदा हुयी एक रोटी और इसलिए दुनियाँ मेँ आदमी आज भी जिँदा है।