Category: अनिता ललित
1 आज की रात, केसरिया है चाँद , प्यारा सलोना ! 2 देखूँ अक्सर यूँ तो फलक पर प्यारा -सा चाँद ! 3 आज निहारूँ, बसाए अँखियों में मैं …
1 हो मुबारक़, जन्मदिन तुझको। । मेरी बिटिया ! मैं जाऊँ वारी- वारी, लूँ मैं तेरी बलैयाँ ! 2 तू मेरा मान, तू मेरा अभिमान, प्यारी बिटिया ! जन्मदिन …
1 (अ) सोंधी महक, स्वच्छ वातावरण… कहाँ खो गया? (ब ) धूल, ईंधन, बारूद से दूषित… जग हो गया ! 2 (अ) प्लास्टिक हँसे, पेड़ों के ठूँठ रोएँ… जो …