लाचार बचपन akaundal 15/01/2013 अमिता कौंडल 1 Comment सड़क किनारे लाचार बचपन आँखों में लिए लाखों सवाल घूरता रहा मेरे मुन्ने को जो लिए था हाथ आइस क्रीम और पहने था सुंदर वस्त्र जो पकडे था माँ … [Continue Reading...]
सांसों में खुशबू akaundal 20/12/2012 अमिता कौंडल No Comments क्यों तुम दिल के करीब रहते हो सांसों में खुशबू से बहते हो जब छूने को बढ़ती हूँ आगे क्यों दूर रहने को कहते हो [Continue Reading...]