Category: विक्रम वर्मा
*****हसीन पल***** कितना हसीन वो पल था आज से अच्छा वो कल था कितना हसीन वो पल था आज से अच्छा वो कल था! पड़े जैसे ही कदम आपके …
****सच्चे प्यार की सच्चाई**** जिसने किया सच्चा प्यार, वो तो लुट गया मेरे यार! सच में ये दुनिया दुनिया नहीं, धोखे का संसार है! यहां सच्चाई वाला नहीं, पैसे …
किसान (गाथा एक गरीब की) मैँ हूँ किसान अपनी फसल पर लगा देता जी जान अन्न मैँ उगाता हूँ तभी तो अन्नदाता कहलाता हूँ!! अन्नदाता हूँ पर फिर भी …
बेटी का संसार क्यों नहीं मिलता बेटी को दिलों में स्थान क्यों नहीं दुनियां लेती बेटी को भी अपना मान क्यों नहीं मिलता बेटी को सम्मान क्यों नहीं बचा …
आज की बेटी मिलने लगा है बेटियो को भी प्यार मिलने लगे है बेटियो को भी बेटो के समान अधिकार अब बेटियो को नही मारा जाता अब उनको नही …