Category: सुहानता शिकन
साक़ी… होश है बाकी साक़ी जाम उठाने दे मुझे, प्याले से प्याला लगाके मय छलकाने दे मुझे, वादा है तेरी आँख से भी एक जाम पीऊँगा मोहब्बत का, महज …
अमर प्रेम … . प्रिय अंश कर रहा उजाला , दिव्य भरवा रहा मय का प्याला , रूप का करूँ अंजन, शिल्प करूँ चन्दन , जाना प्रीत बड़ा ही …
खता… “हद से ज्यादा कभी किसी से प्यार नहीं करना, कर भी लिए तो देर से इज़हार नहीं करना, सही-गलत के फेर में हाथ से अच्छी चीज निकल जाती, …
हम बदले नहीं… “क्या हुआ मुझे, समझ नहीं आता, कुछ रंग ज़िन्दगी में घुलने लगा है, सपनों में भी जो एहसास नहीं हो सका, ऐसी ही राहों में दिल …
हम बदले नहीं… “क्या हुआ मुझे, समझ नहीं आता, कुछ रंग ज़िन्दगी में घुलने लगा है, सपनों में भी जो एहसास नहीं हो सका, ऐसी ही राहों में दिल …
मैं इश्क हूँ दिल से सोच, ना दिमाग पे जोर डाल, प्यार से गले लगाने की एक चीज हूँ मैं.(1) नज़र उठाके देख, झुकी नज़र से ना सवाल …
किरकिरी आँख की सही नहीं जाती, भीड़ में तनहाई हाय सही नहीं जाती, रोज सोचूँ एक बात आज कहनी है उनसे, मगर वही एक बात लब से कही नहीं …
सैलाब है तमन्ना की इस दिल में आजकल, बिखरी उनकी अदाएँ जो महफ़िल में आजकल, अपनी ही सूरत पहचानने से धोखा खा जाता बार बार, शायद मुझी में है …
कोशिश करें कि बस मुस्कुरतें रहें, गम को भी हँसना सिखाते रहें, जब भी किसी अल्फाज़ में आए जिक्र हमारी भूल से, तो हमें भी आजमाते रहें, खुद भी …
रब्बा मेरी दिल से मेहर दे आपको, मंजिल से बेहतर सफ़र दे आपको, सपनों में भी हरारत की गुंजाईश ना रहे, लबों पे मुस्कान इस कदर दे आपको. …
चुप रहूँ बेताब सा न कह सकूँ न सह सकूँ, इस दिल की बेकरारी में भी मैं मगर न बह सकूँ’ नब्ज़ को पहचान लेतीं काश वो जो खास …
देखूँ कभी उस सूरत की रहनुमाई को, या कभी सिसकती इस दिल की तनहाई को, दोनों ही बंधे हैं एक ही एहसास की डोरी से, एक जग हँसाई को, …
देखूँ कभी उस सूरत की रहनुमाई को, या कभी सिसकती इस दिल की तनहाई को, दोनों ही बंधे हैं एक ही एहसास की डोरी से, एक जग हँसाई को,एक …
झुकी हुई नज़र की हया लाजवाब है, उस पर तनहा रात और उनसे मुलाकात है, अंगड़ाइयां लेती है वो कुछ ऐसी शोख अदाओं में, की दिल से हक़ हमारा …
तोड़ा है सिर्फ एक तारा अभी, अभी तो लूटनी ये आसमान बाकी है, देखे है चन्द ही नज़ारे अभी, …
मौला ना कर दरबदर इतना कि, दर तक ना अपने ही जा सकूँ, बख्स दे …
भीग रहे हैं हम बरसात हो रही है, या जुल्फ की उनकी छींटे हैं और रात हो रही है, कश्मकश से भरा हुआ है आज लम्हा जज्बात का, कि …
जाने क्यों कुछ शख्स के पहचान नहीं होते, कुछ लोग खता करके भी बदनाम नहीं होते, शायद इसलिए आजकल लोग अंजाम दे संगीन जुर्म को, हँसते रहते ज़रा भी …
इन्तेहाँ की कोई भी हद नहीं होती, बेबसी की कोई भी ज़द नहीं होती, इश्क की जो राह में दिलबर पे फ़ना हो जाते हैं, उनकी बेखुदी से बढ़कर …
जिंदा हैं वो लोग जिन्हें जीने का शौक है, तनहा हैं वो लोग जिन्हें पीने का शौक है, हमसे अब न जीया न ही पीया जा सके, शायद इश्क …
बेख़ौफ़ होकर सावन सा बरस रहा हूँ मैं, ज़िन्दगी के आसमान पे तनहा गरज रहा हूँ मैं, रूमानियत का समंदर है पास मेरे दिल के, मगर पीने को दो …
कुछ पाना है तो कुछ खोना पड़ेगा, आँख में पड़ी धुल को आँसू से ही धोना पड़ेगा, दर्द की नुमाईस अगर करना नहीं है ज़माने में, तो अपने आप …
रहने लगा मुझमे कोई शख्स है, एक जाना पहचाना सा अक्स है, प्यार से जो आके कभी सहलाए दिल को, तो कभी जुबान उसकी पत्थरो सा सख्त है. …
मुझको मिली एक परी, आसमान से जो गिरी, चंदा भी मुँह ताक रहा है. चोरी-चोरी आँख लड़ी, आँख लड़ी बात बढ़ी, खुद पे हमें नाज़ हुआ है. कैसे बताऊँ …
प्यार का मारा लगता है बादल भी प्यार का मारा है, इसीलिए फिरता बनके आवारा है, बेबस किया होगा विरहा ने शायद, तभी धरती पे आंसुओं को उतारा है.(1) …