मैने कभी सोचा न था! admin 30/06/2014 रमाकाँत यादव No Comments दिन को भी इतना अँधेरा होगा मैने कभी सोचा न था! एक तरफ मासूम दिल दिवाना और एक तरफ बेरहम सारा जहाँ होगा, मैने कभी सोचा न था! जो … [Continue Reading...]
नसीहत admin 20/06/2014 रमाकाँत यादव No Comments तेरी आँखो मेँ हर लम्हा मेरे ख्वाबोँ का डेरा हो! जब-जब भी आँखे खुले मेरी सामने तेरा चेहरा हो! जिँदगी मेँ बहुत चल चुके हम अँधेरी राहोँ मेँ, अब … [Continue Reading...]