अनुराग Prasoon Singh 21/06/2014 प्रसून सिंह 2 Comments कब से सोच रहा हूँ मैं, कुछ लिखने की शुरुआत करूँ चंचल मन की चंचलता को, शब्दों में कैसे बयां करूँ नित नए-नए जज़्बात मेरे मन को अभिरंजित करते … [Continue Reading...]
मन की अभिव्यक्ति Prasoon Singh 21/06/2014 प्रसून सिंह No Comments कह रहा वाचाल मन खुद को समर्पित कर मुझे दीन दुनिया से परे लेकर मैं जाऊंगा तुझे कर मेरा विश्वास साथी मैं तेरा अभिमान हूँ तू फंसा है किस … [Continue Reading...]