Category: निकुंज बी. सुथार
दिल है मेरा क़ायल इश्क का क़ीमत इसकी बताइये, हाल है मेरा बेहाल ख़ुश्क सा आफ़त इसकी बताइये । जिस्म मेरा घायल अश्क़ का उक़ूबत इसकी बताइये, जख्म मेरा …
आज ही देखा हमने….. चाँद रोशन था फ़लक पे हमारी, रात सोई थी सितारों की आग़ोश में, सिसकियाँ यूँ हवाओ की गुंज रही थी मेरे गोश में… ये अहल-ए-दिल …
इश्क़ का जूनून, दीद की प्यास, रहेने को दिल, लुटाने को जान, आशिक़ की महोब्बत में किस चीज़ की कमी है । आशिक़ ❧ Meaning गिर्या-ए-आशिक़ – weeping of …