गीत तुम्हारे गाती हूँ मैं विनय कुमार 06/04/2012 नर्मदाप्रसाद खरे No Comments गीत तुम्हारे गाती हूँ मैं मौन प्रतीक्षा, सजल नयन ले संध्या-प्रदीप जलाती हूँ मैं। एक दिवस अनजाने ही तुम इन प्राणों से खेल गए हो, युग युग की प्यासी … [Continue Reading...]
अम्बर की बातें क्या जानूं विनय कुमार 06/04/2012 नर्मदाप्रसाद खरे 1 Comment मैंने धरती के गीत सुने, अम्बर की बातें क्या जानूं? धरती ने पहले बोले सुने, धरती पर पहला स्वर फूटा, धरती ने जीवन दान दिया, धरती पर जीवन सुख … [Continue Reading...]