विफलता : शोध की मंज़िलें विनय कुमार 21/03/2012 जयप्रकाश नारायण No Comments जीवन विफलताओं से भरा है, सफलताएँ जब कभी आईं निकट, दूर ठेला है उन्हें निज मार्ग से । तो क्या वह मूर्खता थी ? नहीं । सफलता और विफलता की … [Continue Reading...]
एक चिड़ा और एक चिड़ी की कहानी विनय कुमार 21/03/2012 जयप्रकाश नारायण No Comments एक था चिड़ा और एक थी चिड़ी एक नीम के दरख़्त पर उनका था घोंसला बड़ा गहरा प्रेम था दोनों में दोनों साथ घोंसले से निकलते साथ चारा चुगते, … [Continue Reading...]