Category: जसवीर
वर्क वर्क तेरी इबारत तेरी हकीकत तेरा फसाना किताबे हस्ती जहा से खोली तेरा ही नाम आया
अभी तक मिलते है किताबो मे मुझे तेरे भेजे फूल साजन
कभी दूर से चाँद को देख कर मैंने उसे पाने की खवाहिश की थी दिन का चैन रातों की नींद उसके नाम की थी वही चाँद आज जब पास …
कभी वक़्त मिले तो देखना मैंने चाँद पर तुम्हारा नाम लिखा है अगर थोडा वक़्त और हो तो सितारों पर भी पढ़ लेना …