Category: गुरचरन मेह्ता
इस इश्क़ की तू इक नई कायम मिसाल करकर बन्द मुझको दिल के तू पिंजरे में डाल कर***है प्यार की कसम सनम तू यूँ तो कर नहींकिस्मत का मेरी …
१. वतन की बात करते जो वही हमको सिखाते हैं किसे कहते यहाँ जीना वही हमको बताते हैं यहाँ तो सब हमारे हैं वहां पर कौन है उनका मिले …
*** उसने सच का बखान कर दिया आज हमें बेजुबान कर दिया *** संयम में रहना सीखा मगर तुमने बेईमान कर दिया *** मैंने जोड़ा था घर प्यार से …
(खुद को खुद का मीत बना ले)*** बहुत हुआ व्यंग यार अब एक सुन्दर सा गीत बना ले न चुरा मित्र धुन इस तरह कभी अपना संगीत बना ले …
(बड़ा खुद्दार था)*** कहता रहा कपटी मुझे, मुझे भी कहाँ इन्कार था अजी मैं तो खुद अपनी ही नज़रों में गुनहगार था मैंने लाख कोशिश की , वो मान …
सभी बातें दरकिनार, बस मन साफ़ होना चाहिए I कुछ तो करो रहम, कुछ तो इन्साफ होना चाहिए I बड़ी सर्द हैं ये सर्दी की रातें जरा बच कर …
जिंदगी के हर क्षण, हर घडी, हर पल का खुदा मालिक बीता हुआ समय और आने वाले कल का खुदा मालिक हम तो अपनी ही बात करेंगे क्या लेना …
बच्चे तो बच्चे हैं जनाब आजकल तो बड़ो को क्या कहिये हमने तो बस सींचा वृक्ष, अब उनकी जड़ो को क्या कहिये बहुत सी मुसीबतों को दरकिनार किया अपनी …
जानता था के कभी कभी दुश्मन भी गले मिला करते हैं पहली बार जाना के चट्टानों में भी फूल खिला करते हैं हंसना हंसाना, मिलना मिलाना मेरी फितरत में …
एक गीत आपकी नज़र*** भूमिका – एक दोस्त जो किसी के कहने में आकर गलत रास्ते पर चल पढ़ा है, और अपने पुराने दोस्त को भूल गया है, तो …
एक अजीब सी कशिश थी, मै शब्दों से प्यार करता रहा यूँ समझिये कि बस हर शब्द में माँ के दीदार करता रहा क्या रदीफ़,क्या शिल्प, बहर कुछ भी …
तुम भी हमारी ही तरह क्या धमाल करती हो क्या कहूं बात करती हो, तो कमाल करती हो कभी भी होता नहीं मुझे रंज इस गरीबी का करोड़ों की …
दिल की बात को यूँ दिल में दबाना ठीक नहीं अंदर है दर्द फिर भी यूँ मुस्कुराना ठीक नहीं जेब का कुछ , कुछ तो ख्याल कर मेरे भाई …
हाल तो प्यार में सभी का अजब हुआ करता है I दिल का लगाना तो जनाब गजब हुआ करता है I न पूछो हाल कोई अब इन बावले मस्तानों …
चले सुदामा कृष्ण से मिलने घबराये घबराये पत्नी ने जो दी थी भेंट, अंदर वे उसे छिपाये पहचानेंगे बाल सखा मन थी दुविधा भारी पहुँच गए वे द्वारका नगरी …
क्या प्रमाण मांगते हो मेरे राम के होने का कण कण में बसे हैं राम,जिक्र किस कोने का क्या प्रमाण मांगते हो मेरे राम के होने का हर युग …
हिम्मत कर आज तो पार कर ही लूँगा मैं इस बल खाती नदी को आखिर कब तक करता रहूँ इंतज़ार लहरों के शान्त होने का ____________________________________ दिल-विल,प्यार-व्यार, बातें सुन …
क्या होगा मेरा, हैं यहाँ सब के सब होशियार मुझे छोड़कर I चाहते है दीदार, सभी हैं बस उसके तलबगार मुझे छोड़कर II जब लगी डूबने कश्ती मेरी बीच …
बचपन देखा जाता मैंने जाती जवानी देखी I बुढ़ापा आये, जाए न जीवन की कहनी देखी I अंतकाल हो मस्तिष्क, काम नहीं फिर करता, विनाश काले विपरीत बुद्धि बाते …
करना इश्क़ शौक से, किसी के सपने कभी तार तार मत करना I सम्मान बना रहे सभी का, किसी को कभी शर्मसार मत करना II बड़ी मुशिकलों से कमाया …
लंगूरों को मिल जाएँ अंगूर तो जनाब वो हूर भूल जायेंगे I पता है नेता कुर्सी मिलते ही जनता को जरुर भूल जायेंगे II एक बार जो आ गए …
अक्सर डर जाता हूँ मै अपने ही साये से.. हम दोनों साथ साथ रहते हैं एक अलग अलग फर्क के साथ बताता रहता है अक्सर मुझे मेरी ही बातें …
दल बदलुओं का देखना तुम कारोबार I चुनाव तो आने दो आने दो यार II दोगलों का चाहो जो करना दीदार I चुनाव तो आने दो आने दो यार …
अंजाम की परवाह नहीं और आगाज़ से मैं डरता नहीं इमानदारी के कुछ नज़दीक हूँ बेईमानी मैं करता नहीं नश्तर सी चुभ जाती थी बात उनकी गहराई तक नासूर …
मुसीबतों और ठोकरों ने भी हमारे रास्ते में बढ़ बढ़ कर हद कर दी I हम भी तो थे गैरतमंद बहुत, सो हमने भी लड़ लड़ कर हद कर …