जिंदगी। गिर्राज किशोर शर्मा ''गगन" 23/10/2013 गिर्राज किशोर शर्मा 'गगन' 1 Comment जिंदगी। ……………. रोते रोते भी ये गुनगुनाने लगती है जिंदगी भी क्या क्या सुनाने लगती है मेरे मालिक क्या तेरे मन में है छुपा रोज कुदरत भी क्यों डराने … [Continue Reading...]
सपने गिर्राज किशोर शर्मा ''गगन" 19/10/2013 गिर्राज किशोर शर्मा 'गगन' No Comments यार अब तो सपने भी डराने लगे है अब तो रोज ही रात को आने लगे है कभी किसी खेल में जिताने लगे है तो कभी यार मुझको हराने … [Continue Reading...]