कारे कजरारे सटकारे घुँघवारे प्यारे शुभाष 25/02/2012 घासीराम No Comments कारे कजरारे सटकारे घुँघवारे प्यारे , मणि फणि वारे भोर फबन लौँ ऊटे हैँ । बासे हैँ फुलेल ते नरम मखतूल ऎसे , दीरघ दराज ब्याल ब्यालिन लौं झूठे … [Continue Reading...]