Category: दुष्यंत पटेल
दिल हो खुला आसमान जैसा बातों में हो मधु जैसी मधुरता “दुष्यंत” का विचार कहता है सदा अटूट हो रिश्ता-नाता प्रेम की बहती रहे अनंत सरिता हँसती-खिलती रहे सदा …
देखा जबसे तुझे दीवाना हो गया चाहा जबसे तुझे तेरा हो गया … पल-पल तुम्हें याद करने लगा हूँ तेरे नाम की माला जपने लगा हूँ खो गया मन …
तुम्हारे बिन जीना है पल-पल मुश्किल बस तुम्हीं पे फीदा है मेरा दिल तस्वीर बन बसी हो निगाहों में तुम वो जानाँ मेरे हर साँसो में तुम तू तकदीर …
वो सुबह-शाम घर की जलती दीया रौशन कर रहा घर को मेरी बहना“सिया” नजाकत से सम्भाली है रिश्तों को टूटने से कभी उसने रिश्तों में दरार न पड़ने दिया …
नभ के नवरंग जैसा जीवन हो सुनहरा खुशियों की बौछारे हो हर सांझ सवेरा स्वप्नों सा स्वर्निम ज़िंदगी,हो चाँदनी निशा तेरी धानी चुनरियाँ खुशियों का है बसेरा रहे विमल …
हम कफन ओढ घर से निकले हैं जान हथेली में रखकर निकले है दुश्मनों के मिटा देंगे वजूद हम अपनी माँ से ये कहकर निकले है
ज़िंदगी को ज़िंदगी बना के आज क्यों ये उलझन है मेरी चाहत,मेरे रब के बिना चलती क्यों ये धड़कन है राहें देखती है निगाहें,इंतज़ार में सूनी है आज भी …
तुम सुबह शाम की ईबादत हो मेरी पहली,आखिरी मोहब्बत हो कोई नहीं जहां में यारा तुम सा सच में तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हें पाके क्या माँगू क्या चाहूँ …
क्यों खफ़ा-खफ़ा सी हो बात क्या है झुकी-झुकी सी नज़रे हैं राज क्या हैं अश्क नैनों के अच्छे लगते नहीं यारा बेचैन दिल की चाह क्या है पिया नाम …
तू मेरा खुदा है तुम्हें छोड़ कहाँ जाऊँ हँस के चाहत के हर ग़म सहा जाऊँ चल आज भीगे सावन की बारिश में खुद को भूला के तुझमें समा …
लब पर तेरा नाम आयें तो मुस्कुरा लेते है तड़प दिल की दुनिया से छुपा लेते है याद आयें तो पीते नहीं मैखाने में जाम तेरी तस्वीर देख-देख रात …
मेरे प्रियतम तू मेरे मन मधुबन बन जा भीगती रहूँ मैं तू ऐसा सावन बन जा आ बसा लू तुझे अपनी साँसो में मेरे दिल की तू धड़कन बन …
वो छोड़ा है शहर जबसे पतझड़ है ज़िंदगी भीगी-भीगी सी आंखे है पतझड़ है ज़िंदगी बसर करे कहाँ ढह गया है आशियाना खो गई है खुशियाँ कहाँ पतझड़ है …
खामोश है ज़िंदगी ग़म का तूफ़ान है | यादों से हलचल मन का आसमान है | चाहत की निशाँ मिटायी नहीं है मैंने | तेरे जाने से फ़िर भी …
हे कमलनाथ, हे आनंदसागर हे नंदलाला , हे बनवारी करू आरती मन श्रध्दा से तेरी लीला सबसे न्यारी मिलती है शांति तेरी चरणों में आजा भगवन मेरी गलियों में …
रिश्ते भूल गया दूर हो के | क्यों अँधेरा ज़िंदगी नूर हो के | जीना तू तो भूल ही गया , दौलत के नशे में चूर हो के | …
जन्मों का बंधन है तुम्हारे साथ जन्मों का बंधन है तुम्हारे साथ सनम न छोड़ना कभी मेरे हाथ कह दो जो दिल में है बात आ साथ बैठे पूनम …
तू साथ है तो ज़िंदगी मधुमास है | तुझे पाना ही ज़िंदगी की ख्वाहिश है | खुदनुमा न कर सनम दिल जलता है , इस पागल आशिक का तू …
अपने ही करम से इंसान है तंग | यहाँ जीवन खेल है,जीवन है जंग | असलियत छिपा कर चलते है लोग , किसे पता किसका ईमान हैं बदरंग | …
तेरी आँखों में है क्या जादू तेरी बातों में है क्या जादू मेरा दिल हो जाता है बेकाबू हर कही तेरी सूरत मैं देखू … मन बादल में छाई …
जबसे तुझे जाना है , चाहा है तुझे अपना ख़ुदा मैंने माना है तू न बन बेख़बर मेरी जाँना बचपन से हूँ मैं तेरा दीवाना तू साथ है तो …
तड़प के जी ले मगर बेवफ़ा को मुकद्दर न बना | हर ग़म पी के मुस्कुरा दिल को पत्थर न बना | निगाहें शौक से किसी को अब देखा …
तुमबिन ज़िंदगी का हर ख्वाब अधूरा है | दुनिया में एक तू ही सहारा है | ऐ सितमगर , तू न कर इतना सितम, तड़पते दिल ने तुम्हें पल-पल …
परदे के पीछे का गफ़लत कौन जानता है | बेगुनाह जेल में,गुनाहगार आज़ाद घूमता है | झूठ को सच साबित करने में देर नहीं, बेमौसम यहाँ लोगो का ईमान …
सावन रातों में तुमबिन तन्हा गुजारा है | बसंत आगमन तेरा आने का इशारा है | तुझे याद कर कभी हँसना कभी रोना , तसव्वुर में खो जाना आदत …