Category: दीपांकर सेठी
१-जन मिल के खड़े सावधान,होता जब राष्ट्र-गान ह्रदय मन गाए-गान,तिरंगे कृति भव्य सम्मान शक्ति दिवस है ये,देश भक्ति दिवस है पन्द्रह अगस्त प्यारा,पन्द्रह अगस्त है २-बड़े गर्व से जमी …
अजब हेरान हूँ मै,भगवन तुझे कैसे रिझाऊँ मै कोई वस्तु नही ऐसी,जिसे सेवा में लाऊं मै हो मूर्ति में तुम व्यापक,तुम हो फूलों में फिर भला भगवान पे,कैसे भगवान …
हिन्द-मुश्लिम-सिख-ईसाई जुदा न होंगे चारों भाई, हम लेंगे शपथ कर्तव्यों की आज भारत पर होगा अपना ही राज, अपनी डगर होगी सच्ची-साधी न छिनने दें कभी वतन ए आजादी, …
स्कूल हमारा कूल-कम्प्यूटर |1| सभी का दोस्त है कम्प्यूटर |2| जरुरत बना है अब कम्प्यूटर |3| दे रोजगार बहेतर कम्प्यूटर |4| खेल-खिलाता हमें कम्प्यूटर|5| अनंत ज्ञान बना कम्प्यूटर|6| शिक्षा …
जग की दुश्मन बनी गरीबी,लालच बना है सबका दोस्त नाश किया है अनपढ़ता ने,पकड रही लाचारी जोर हिम्मत कर आगे बढ़ जाना,हमें अपनी मंजिल पाना है कठिन परिश्रम और …
एक दिन मै सुबह घर से निकला,हाल जानने मौसम का वर्षा की उम्मीद न थी कोई ,प्रकोप छाया था गर्मी का |१| लेकिन बस मन ही मन में ,विश्वास …
मत सिखलाना बच्चों को वे अवगुण जो नुकसान करे, पश्च्ताना पड़े खुद तुमको भी न बच्चों को आराम मिले, मैर न लेना गलती से बच्चे की चाहे जिद्दी बालक …
खुशियों का यह देश है अपना,बढ़ता जाए रातों- दिन ईद-दीवाली-क्रिशमश-लोहड़ी,हर दिन है खुशियों का दिन भारत जैसा देश न दूजा,सब देशों से है न्यारा हिन्दू-मुशलिम-सिख-ईसाई,बना रहे भाई चारा देश …
मुखड़ा: पढलो रे – पढलो रे – पढलो, रोज दो चार अक्षर ही पढलो ज्ञान पाना बहुत ही जरुरी, पढके हो जाएं हसरतें पूरी अन्तरा: तरक्की मिले झोली भरके, …
मै हूँ सी. ए. टी केट केट मीन्स बिल्ली बिल्ली बोले म्याऊ – २ सोच विचार के मन बनाऊं सोचूँ , कंहा जाऊं – २ इधर जाऊं या उधर …
जीवन में शिक्षित होना बेहद जरुरी है ए दुनिया वालो शिक्षा के बिना इंसा की सब बातें अधूरी हैं ए दुनिया वालो सभी ने पढ़कर अपने सपनो को साकार …
हम बच्चे प्रात:उठ जाते ठण्डे पानी से, खूब नहाते, नहा-धो नित ताजा हो जाते घडियाली देख वर्दी पहनते, स्कूल नियम-पालन से जाते नास्ता भी झट से खाते , हम …
मुखड़ा: कोई जब राह न पाए, मेरे संग आए के पढ़-पढ़ ज्ञान बढाए, मेरी किताब मेरा ज्ञान – २ अन्तरा: अनपढ़ का यही है दस्तूर, ज्ञान बिना अकेला मजबूर …
सूर्य देव जी हँसते आते हलके ताप से हमें जगाते, गर्मी में गुस्सा दिखलाते सर्दी में सब जन को सुहाते, धरती तपती अंबर तपता अग्नि देव का ताप न …
नन्हे मुन्हे बच्चे हैं हम देश के सच्चे बच्चे हैं, मर-मिट जाएँ देश की खातिर साहसी वीर हम अच्छे हैं, मात-पिता की आँख के तारे नटखट प्यारे-प्यारे हैं, मुस्काते …
अक्की बक्की करें तरक्की तेरी मेरी दोस्ती पक्की , हम दोनों हैं,कितने लक्की दोनों मिलकर,करें तरक्की , गेंहूं पीस रही है चक्की अच्छी लगे न पूरी कच्ची , माँ …