दोहे विनय कुमार 29/03/2012 दादू दयाल 3 Comments दादू दीया है भला, दिया करो सब कोय। घर में धरा न पाइए, जो कर दिया न होय। दादू इस संसार मैं, ये द्वै रतन अमोल। इक साईं इक … [Continue Reading...]