Category: चन्दन राठौड़
कुछ साल और निकले में पढता रहा सब मुझे पढ़ाते रहेआ गया वो दिन जिस दिन होना था माँ से दूरसब छोड़ गये अकेले कोई नही था मेरे पासअकेले …
Jingi ke khuch pal jinhe me thaam na sakaakhuch riste jinhe me apna bana k na rakh sakaakhuch hasi khusi k din jo bhut yaad aate hekhuch bite lamhe …
POEM NO . 230————मृत काया का रोदन————मृत काया के लिए हुआ आज फिर करुणा मय रोदन |छोटे छोटे बच्चों की आशाओं का हुआ शोषण ||रूठ गए जग छोड़ गए …
हम भी तेरे इश्क में पागल हे भाईतेरे इश्क के सामने मेरा इश्क फिखा हे भाईतू मेरी जान ये बताऊ केसे मेरे भाईआज कुछ लम्हे याद आये जो तेरे …
Naam hai uska krantimere man ko wo bhatiwo apni man ki hai kartiwo kisi ki na suntiCOLLEGE kabhi kabhi wo aatinaam hai krantimere wo man ko hai bhatichanchal komal …
POEM NO. 12—————-शुभरात्रि ——————Sanate ki aath me soya koi sakshmand mand muskura raha he koi sakshnind aati nhi fir bhi dubak k so rahe he skshna jaane kya gul …
POEM NO. 11————–आज उदास हु में———————आज मन्न उदास हे पता नही क्यों ये मन्न उदास हेक्या में दोसी हु जो में उनकी केयर करता हुया वो दोसी हे जो …
POEM NO. 35 ——— तोफे में क्या दु दादा जी ——– हर ख़ुशी दी आप ने मुझे हर दुःख से बचाया मुझे आप के जन्मदिवस पर क्या तोफा दू …
POEM NO.10 ————– हमारा प्यार ——————– Pyr 1 ahsas he jo hame bhi huaa is kadar use dekh kar ham bhi jiya karte the dosto aati wo samne mann …
दिये की रोशनी सी हे बेटिया जलती लोह सी शांत हे बेटिया दिये के तेल सी शीतल हे बेटिया नदी के पानी सी चंचल हे बेटिया घर के आँगन …
सब की खुशियों में शामिल होता मेरा केमरा सब के होठो पर मुश्कान लाता मेरा केमरा तुम्हारी यादो में जाकता मेरा केमरा तुम्हारी हँसी ठिठोली में सामने होता मेरा …
आज चली गई एक और बेटी नाम उसका हे दामिनी सारे अरमानो का गला गोट दिया दामिनी ने तो अपना सब कुछ खो दिया कितनी बेरहम थी उसकी मोत …
आज आया में दुनिया में आज देखा मेने ये संसार बड़ा ही प्यारा बड़ा ही सुन्दर हे ये संसार माँ ने मुझे अपने गले से लगाया उसने मुझे आज …
आई दीपावली संग खुशिया लाई सब को खुश करने वो आई बाबा मेरे मिठाई भी लाना संग उसके कुछ दिये लाना घर में बने मेने हे रंगोली उसमे हे …
मैं सरल साधारण एक व्यक्ति पर मुझमे लिखने की हे शक्ति में करता लोगो को लफ्जो में बया पर कोई मुझे ना कर पाया बया हमने महनत कर लिखी कविता …
मत कर अभिमान रे बंधे (2) मिटटी में मिल जायेगा कोई ना तेरा साथी जो, तेरे साथ है जायेगा अपने कर्मो से रे बंधे (2 ) तू धरती से …
खड़ा हु उस मंजर पर जहा कोई सहारा देने वाला नही टूट जाऊँगा कभी भी कोई थामने वाला नहीमरूँगा सान से पर जिंदिगी भर किसी के …
जिन्दगी की कसमकस से दूर एक सैया पे सोये हें | एक तरफ घी का दीपक दूसरी और कूल का दीपक रो रो कर अपने अपनों को बुला रहे …
चल पड़ी कलम जब छलका आँख से आंसू सब तरफ सन्नाटा ही सन्नाटा फिर क्यों छलका ये आंसू सो रहा हे ये जंहा और में उठ खड़ा हुआ जब …
बेटी एक गुलशन है बघिया का चमन का खिलने दो महकने दो बेटी करेगी हर सपना पूरा बचपन से लेके समशान तक बेटी का अपमान ना कर ऐ इंशान …
आईना देख के मुझको बोलो क्या हुआ तेरी सूरत को मुझसे ना रहा गया और अशुओ की बरसात हो गई तेरे लिए दुनिया की सारी खुचिया ला दू …
अरे बेटी को मारते हो बेटी क्या होती हे ये हम आप को बताते हे हमारे विचारो से बेटी एक सम्मान हे जो सब को मिलना चाहिए बेटी एक …
हुई बेटी की विदाई तब जाना क्या होती हे बेटी बचपन से पला पोसा सब प्यार दिया आज जब वो दूर हुई तो जाना क्या होती हे बेटी बेटी …
मेरा मन्न देख ने को तरसे ये संसार मुझे भी माँ की गोद में खेलने का हक़ हे मेरे भी कुछ सपने हे जो में अपने माँ और पिता …