Category: भास्कर आनंद
आत्मविश्वास से सराबोर एक उत्साही युवक, मंदिर के समीप पुजारी पर चिल्लाया, क्यों पूज रहे हो पत्थर को, कहाँ हैं भगवान, पुजारी ने मुख्यद्वार की तरफ दिखाया, द्वार पर …
भारत स्वच्छ हुआ न हो, गंगा को मैली रहने दो, हमसे इसका क्या लेना है, सड़कों पर चुंबन करने दो. काला धन आए न आए, सबको तिजोरी भरने दो, …
हम भारत के वीर जवान, जनम देने वाली भी माँ नहीं रोक पाई, हमें भारत माँ के आँचल मे समाने से, ना सियाचिन की सर्द हवाओं से, ना थार …
क्यों करती हो हमारी सलामती की दुआ, दुआएँ तो जिंदा इंसान के लिए किया करते हैं, चाहो तो दफ़ना दो मेरे जिस्म को, वैसे भी तुम बिन हम रोज …
खुद से जुदा करके वो हमे खुश रहने का मशवरा दिया करते हैं. हमें बस इतना बता दो, अकेले होने पर अश्क़ उनकी आखों से क्यों गिरा करते हैं. …
किसी ने राम जन्म भूमि छीन लिया तो क्या हुआ, किसी ने कृष्ण को अनैतिक कहा तो क्या हुआ, हम इन सबको नहीं पहचानते हैं, चलो आज से हम …
पहली रोटी फेंक दी मैंने,बोलकर माँ,ऊपर से जला है, दूसरी रोटी फेंक दी मैने,बोलकर माँ,नीचे से जला है, फिर खाया दोनो रोटियों को, बड़े प्रेम से जब देखा मैंने, …
आज सुबह जब घर से निकला, जय श्रीराम मेरे मुख से निकला, सामने एक बच्चा घुरते हुए, पूछ पड़ा मुझसे, ये राम कौन हैं? क्रोधित हो मैं चिल्लाया, तुम …