Category: अनुज तिवारी
यार का मुस्किल चयन अब इश्क के बाजार में । आज कल चलने लगा है काॅम्पटीशन प्यार में ।। यूज से पहले सभी ट्रायल जरूरी कर दिए । आया …
दिलों के रंज-गम अपनी जुबां से कह नहीं सकते । दगा दे यार साहिल पर समन्दर सह नहीं सकते ।। मचा ले खलबली चाहे यहाँ आगोश में लहरें । …
चहरा चाँद सा रोशन रौनक इन फिजाओं मे ! तेरी दिलकस अदाओं के बड़े चर्चे हैं राहों में !! नशा ये मय का है या फिर रंगत हुस्न ने …
लालच लत हैवान है ! मोलभाव अपमान है , मत पड मायाजाल में ! बाबुल ने घर सान से ! विदा किए अरमान से , रख उसको खुशहाल में …
मै जब उदास हो जाता हूँ ,तनहाई तडफाती है ! तेरे पायल की छनकार ,मुझको यहाँ बुलाती है ! इन बागों इन गलियों मे , तेरे साये मीठी यादों …
पेट की आग ! ठण्डा ना कर सका , ये ठण्डा माघ !! तपती भूख ! आज रात का चाँद , रोटी सा लगा !!
लोग काँपते , जब सच कहती , मेरी कलम ! बडी निडर , लिखती पन्नों पर , दिल की बातें !
मेरी बेटी है तू,धन की पेटी पेटी है तू ! अपने मम्मी के गोदी मे लेटी है तू ! मेरी बेटी है तू…….. परी नटखट बडी नखरे वाली मेरी …
तेवरी — अनुज तिवारी “इन्दवार” जीना सीखो रौब से , जाग उठो तुम ख्वाब से , सोना तो समसान है ! कुछ सर्तों की होड मे , गदहों की …
तेवरी – अनुज तिवारी “इन्दवार” जलन भरे जी से जला , तन-मन मे कचरा भरा , क्या रख्खा श्रृंगार मे !१! बात करें जब नूर की , रंग गई …
कब्बाली – तेरी दीवानगी की हद (अनुज तिवारी “इन्दवार”) एक तरफ बहता है दरिया एक तरफ है गहरी खाई !-५ नहीं मिलती यहाँ राहत , यहाँ मसहूर है चाहत …
तुझे पाने की चाहत ( गजल – अनुज तिवारी ) तुझे पाने की चाहत में मेरी दुनियाँ उजड जाये ! प्यार की गुफ्तगू तुमसे कहीं महगीं ना पड जाये …
॥ दिलों का दर्द है ऐसा ॥ गजल दिलों का दर्द है ऐसा जताने मे मजा आता । छिपाने का मजा अपना बताने मे मजा आता । भरे इन …
पुलकित है अंग दिल मे उमंग ….. बेखौफ यहाँ उडता दबंग । अपनो के संग खुशियों के रंग…. बेखौफ यहाँ उडता दबंग । यारों से मै यारी करता कभी …
तर्ज — इन्साफ की डगर पे…. रस्ते गुजर रहे हों मुस्किल भरे सफर से ! इरादे नहीं बदलते नाकामियों के डर से !! इस जुवां पे हरदम तू सच …
डरने वाले मुहब्बत की हसरत नहीं रखते ! रखते भी तो करने की जुर्र्त नहीं करते ! बुजदिली मे तुम मुहब्बत की तौहीन मत करना , डर-२ के कभी …
नींद नहीं आती मां मुझको , प्यारी सी एक थप्पी दे जा ! बहुत सताती है याद तेरी , छोटी सी एक पप्पी दे जा !! व्याकुलता तेरे चिन्तन …
तर्ज — मंजिलें अपनी जगह…. मांग लूं उसको खुदा से देकर बदले जान भी ! मुझको पाने की इबादत की थी मेरे यार ने !! हर तरफ चर्चे बहुत …
महफिल की भीड मे मेरा शिकार करती ! जुल्मी तेरी निगाहें खंजर सी वार करती !! कह दो उन्हे जरा सी नजरें झुका लें अपनी ! सातिर बडी निगाहें …
गमों को भूल जाता मैं , मरने की खुशी होती ! सजा-ए-मौत भी मिलती , मुझे गर इश्क करने की !! वफाओं की बनी कडियां , बता दे तूने …
१) कवि बहरा कवि बावरा , कवि की टेढी चाल ! कवि करनी करतूत से , करे बाल की खाल !! २) बच्चों सा मासूम दिल , सम दर्पण …
आशिकों की कभी आजमाइस नहीं करते ! आशिकी मे कभी फरमाईस नहीं करते ! इश्क कभी जज्ब-ए-जमाल नहीं होता , इश्क मे हुस्न की नुमाईस नहीं करते ! आशिकों …
करामात हुस्न के गर मै जान लेती ! हुनर-ए-हुस्न को खुदा मान लेती ! अन्जान थी जो हुस्न का अपमान कर बैठी , कास ! हुस्न की ताकत मै …
कितना खुश नशीब था मै , मुझे तेरे जैसा यार मिला ! बिना कोशिस , बिना मेहनत , बिना ढूडे तेरा प्यार मिला !!
बेबस और बेजान हैं , सब अपने घर वार मे ! आंसू ले दस्तक दिये , सावन के त्योहार ने !! अच्छे दिन की होड मे ,न्योत दिये महमान …