ख्वाहिश amirfaisal 11/12/2015 अमीर फैसल 1 Comment कैसी मुहब्बत थी हमें तुमसे कत्ल हुए एक’उफ’ना की तुम्हारे हर बे-नेयाज़ी पर सज़्द-ए-शुकर् बजा लाये एक तस्कीन था दिल में तुम पास हो क्या कम है हाथ बढ़ा … [Continue Reading...]
एक आस amirfaisal 10/11/2015 अमीर फैसल 2 Comments एक अास था मुझे कि वो अायेगी ज़िन्दगी युहीं खुशियों से भर जायेगी चलेगें हम अनजान राहों पर,थामे एक दूजे का हाथ,मिले चाहे जितने भी अाँसुओं के सौगात इक … [Continue Reading...]