तितलियों से कह दो – बिन्देश्वर प्रसाद शर्मा (बिन्दु) Bindeshwar prasad sharma 11/05/2018 अक़ील अहमद 'अनस' 4 Comments तितलियों से कह दो कि हमें रिझाना बंद करेअपनी शोख अदाओं से, दिल चुराना बंद करे। बहुत देखे हमने, प्यार में धोखे खाए हुए भौंरे कलियों पर, अब गुनगुनाना … [Continue Reading...]
वक़्त ऋषि के.सी. 22/07/2017 अकबर इलाहाबादी, अंकित जैन, अंकिता आशू, अक़ील अहमद 'अनस', अखलाक़ मौहम्मद खान 'शहरयार' 12 Comments ठहरजाता है वक़्त,थम जाता है वक़्त, वक़्त की मिज़ाज़ क्या? हार जाते है सब। ज़रा देखो, जरा सोचो! निर्जिव जो,भागे तेज़जरा सोचो, जरा देखो!खुली किताब, पढी पेज।यह ज़िंदगी की … [Continue Reading...]