सूरत-ए हाल बयां किया नहीं जाता हैतुमसे दूर अब तो रहा नहीं जाता हैकहते हो भूल चुके हैं हम तुमको तुमसेनजरें क्या हटाए दिल धड़क नहीं पाता है ना जाने …
Category: अजय कुमार
मेरा जुनून हो तुम !
मेरे दिल की पहली आस हो तुममेरे धड़कन की आखिरी सांस हो तुमकैसे बताऊं तुम्हें दिल का हाल, बस यू समझोमैं समंदर और मेरा बेइंतहा प्यास हो तुम मेरे ख्वाबों …
महामारी
जाने यह कैसी तैयारी हैलगता है मुसीबत में दुनिया सारी हैखुद को समझता था महफूज इंसानआज देखो सर पर इतनी बड़ी महामारी है अरे देखो देखो यह बंगला यह गाड़ीयह …
अक्सर दर्द पिया करता हूँ……
दर्द सहने के लिये मै अक्सर दर्द पिया करता हूँ खामोशियो मे रहने के लिये मै खामोशि से जिया करता हूँ बात बडी नहि जो किसि रोज धडकन रुक …
ए जिन्दगी तु ही बता मुझे क्या है तु…
ए जिन्दगी तु हि बता मुझे क्या है तु बेवफाइ मे डूबा एक अधुरा गजल है तु या मोहब्बत का एक पुरा ताजमहल है तु रेगीस्तान मे किसि के …
बिते लम्हे….
बिते लम्हो को अगर हम बदल पायेन्गे मुस्कुराहट को तेरे होटो पर सजा जायेन्गे लौट आती एक पल के लिये जिन्दगी हमारी दर्द सारे तेरे ले कर फिर दफन …
मेरे हाथो मे तेरा हाथ था…
बिते कुछ लम्हे एसे मेरे हाथो मे तेरा हाथ था आन्ख जो मेरी खुली तो तु ना मेरे साथ था थामना चाहा फिर तेरा हाथ जो मै ने फुटी …
मैन ने तुम्हे पुकारा होगा……
खुदा ने जब तुझे इस जहा मे उतारा होगा उसे भी पता था एक दिन तु हमारा होगा चुरा लेगे दुनीया से तुझे हम उस दिन सोया आसमान मे …
जुबा से तु निकल आती है
क्यु तन्हाइ मे अक्सर तु याद आती है दुर रह कर मुझमे तु समा जाती है जख्म जितने है मेरे दिल पर यादे बनकर उन पर तु मरहम लगा …
जब जाता है कोइ अपना छोड़ कर…
माना मैने एक दुनीया बनाया था लम्हो को जोड कर एक आशियाना बनाया था तीनका तीनका जोड कर कमबख्त तुफान भी निकला कमाल का दुश्मन उडा ले गया अशियाना …
दुनीया बना दिया करता हु..
तेरी मोहब्बत मे इस कदर जीया करता हु मैखाने को बोतल की तरह पीया करता हु लोग कहते है मुझे टुट कर मत पीया कर उन्हे क्या पता मै …
ना उसको शक्ल दिखानी है…
उसे पाने कि चाहत है मुझे खोने कि आदत है वफा मेरी चाहत थी बेवफाइ उसकी आदत है बारात आयी जब उसकी तब मेरा हाल मत पूछो मानो बुझते …
कोई शक्स हमारा होगा…..
किसी की आँखों मे मोहब्बत का सितारा होगा एक दिन आएगा कि कोई शक्स हमारा होगा कोई जहाँ मेरे लिए मोती भरी सीपियाँ चुनता होगा वो किसी और दुनिया …
आज मौत को मै अपना कर आया हु….
आज मौत को मै अपना कर आया हु मोहब्बत को जमीन मे दफना कर आया हु जीस पर यकिन था मुझे खुदा से भि ज्यादा उस शख्श को भी …
चेहरे से नकाब तो हटाया करेन्गे…
लोग तो जीते जी मर जाया करते है हम तो मर कर भी उसे याद आया करेन्गे उसके आन्सुओ मे हम तो मुस्कुराया करेन्गे वक्त तो पानी कि तरह …
मोहब्बत फरमाया करते थे…..
वक्त एसा था हम भी मोहब्बत फरमाया करते थे उनकी जुल्फो के साये मे अक्सर सो जाया करते थे उनकी अस्को पर तो बादल भी बरस जाता था उन्हे …
वादे पर चल रहा हु मै……
एक वादा किया था उस वादे पर चल रहा हु मै उसके यादो मे हर पल मर रहा हु मै यु तो दर्द लाखो है इस दिल के अन्दर …
क्या पता शायद ……….
कल क्या पता शायाद मुलाकात हो या ना हो मगर तु रहेगी हमेशा दिल मे याद बन कर क्या पता शायद अब के सावन मे बरसात हो ना हो …
मत रोको मुझे अब जाने भी दो,,
मैखाने मे आकर पैमाने को हाथ मे लिये बैठा हुआ हु मै ना जाने कब से जिन्दगी बोझ सी लगने लगी अब यारो कोइ तो दुआ मे मौत माग …
मत बहाना तु आन्सु मेरी कब्र पर….
आज क्यु महसुस हो रहा है ये दिल मे दर्द उसको भुलाने के बाद क्यु याद उसकी और आ रही है ये कागज के टूकडॉ को जलाने के …
आइने कि तरह गुजरी है जिन्दगी मेरी…..
एक हवा आये और कर दे तेरे हवाले मुझको इससे पहले की कोइ और बहाले मुझको आइने कि तरह गुजरी है जिन्दगी मेरी टूट्ने से डरता हु बिखरने से …
जाने क्यु रुक रहा हु मै….
चलते चलते ना जाने क्यु रुक रहा हु मै तेरी जुदाई कि यादो से सहम रहा हु मै लोग बदलते है कैसे मौसम कि तरह ये देख कर खुद …
दिल धडकने लगा है
कोइ मिल गया जिसे देख दिल धडकने लगा है उससे मिलने कि कमबख्त ये चाहत रखने लगा है कभी एक बुन्द थी प्यास मेरे दिल कि अब ये भी …
क्युकी वो इन्तजार को कह गयी है..
अब तो इन्तजार कि आदत हो गयी है उसका नाम लेना खुदा कि इबादत हो गयी है जिसे देख कर जिने कि चाहता रखता था मै वही मेरे जिन्दगी …
मोहब्बत मेरी जान लेने लगा है……..
दिल के दरवाजे पर दस्तक देने लगा है बेदर्द मोहब्बत मेरी जान लेने लगा है सब कुछ खो कर तुज्हे पाया था दुनीया से मैने तो अब क्यु तु …