कल फूल के महकने की आवाज़ जब सुनी साक्षी प्रजापति 18/02/2012 आदिल मंसूरी No Comments कल फूल के महकने की आवाज़ जब सुनी परबत का सीना चीर के नदी उछल पड़ी मुझ को अकेला छोड़ के तू तो चली गई महसूस हो रही है … [Continue Reading...]