कोई सपना सलोना चाहता है साक्षी प्रजापति 18/02/2012 आचार्य सारथी रूमी No Comments कोई सपना सलोना चाहता है, लिपटकर मुझसे रोना चाहता है! तू मेरा चैन खोना चाहता है, तो क्या बेचैन होना चाहता है! उसे माँ चाँद दिखलाने लगी है, मगर … [Continue Reading...]
भले ही मैं तुझे मय कह चुका हूँ साक्षी प्रजापति 18/02/2012 आचार्य सारथी रूमी No Comments भले ही मैं तुझे मय कह चुका हूँ, हक़ीक़त में तो मैं तेरा नशा हूँ! लकीरों में तेरी कितना लिखा हूँ, सितारों से मैं ख़ुद भी पूछता हूँ! भले … [Continue Reading...]