Category: अभिषेक राजहंस
हम किसान थे किसी क्रांति या आंदोलन से हमेशा हमे खेतो मे पसीने बहाना बेहतर लगा हाथ मे फावड़ा से धरा को चीर कर हमने सिर्फ बोना सीखा बने …
#उठा_न_पाते_पत्थर_तुम —————————- काश न होता हाथ तुम्हारे । उठा न पाते पत्थर तुम ।। काश न होता इतनी नफरत , उठा न पाते पत्थर तुम। नफ़रत की आग में …
एक कदम घर की ओर ———————- कदम बढ़ा रहा था , जाने क्यूं ओ घर की ओर । था पता उसे, नहीं है कुछ खाने को वहां, फिर भी …
जिसने देश का मान बढ़ाया ———————————– जिसने देश का मान बढ़ायाजीता मेडल नाम कमाया । सुन ली गर्जन वीर शेरनी की ।क्रोधित शेरनी ने …
कोरोना का कहर —————– कैसा है ये महामारी का डर ।कैसा हैं ये कोरोना का डर ।। थम सी गई है जिंदगी सबकी ।रुक सी गई है जिंदगी सबकी …
तुम,हाँ तुम मेरा पहला प्यार न सही पर आखिरी जरूर हो तुमसे वादा है मेरा तुमसे पहले जो भी रहा हो पर तुम्हारे बाद अब और कोई नही भूलना …
तुम्हारे जाने के बाद भीसब कुछ ठीक ही रहेगादिल भले मेरा जरूर थोड़ी सिसकियां लेगाइश्क की राहों में गुनाहों कीइतनी तो सजा सहन कर ही लेगाइसे पता नहीं था …
तुम्हें खोने से डरता हूँइसलिए तुम्हें कहने से डरता हूँतुम दूर न हो जाओ कहींबस इसलिए मैं रास्तों परतुम्हारे पीछे-पीछे चलता हूँजब भी गिनाने लगता है खामियाँ कोई तेरीमैं …
वो जो कभी अपनी धुन में थाआज कहीं गुम सा हैवो जो था तारा आसमां काआज कहीं टूटा हुआ पड़ा हैवो जो जोड़ता था दुसरो कोआज खुद ही बिखरा …
तुम चाहे जितनी कोशिश कर लोमुझसे दूर जाने की मुझे भूल जाने कीपर ऐसे कैसे भुलाने दूं तुम्हेतुमसे की हुई हर छोटी-छोटी बातेऔर कभी-कभी ही सही पर हुई जो …
आंदोलनों का देश है भारतऐसे नहीं ये सोने वालातुम बंद कमरों में बैठ कर भाग्य विधाता बनने की कोशिश मत करोये देश न राम के नाम पर लड़ेगाना रहीम …
मैं था सिर्फ मैं ही थामेरे सिवा मेरे भीतर कोई नहीं रहता थापर अब तुम भी होतुमसे पहले कुछ तो अधूरा थाशायद तुमसे मिल कर ही जिसे होना पूरा …
ऐ चाँद,सुनो ना..सुन सकते हो क्या मेरीतुम यूँ हर रोज आसमां मेंक्यों आते रहते होक्या किसी को निहारने आते होया फिर तुम्हें भी किसी का इंतज़ार रहता हैबचपन से …
काश की हम चाय हो जातेकम से कम हर रोज तुम्हारे लबो से तो टकरातेतुम जब भी चाहती जैसे भी चाहती हमें खुद में शामिल कर लेतीकभी तुलसी तो …
आज कल उनसे अबमेरी पहले की तरह बात नहीं होतीअब पहले की तरहमुलाकात भी नहीं होतीउनकी चूड़ियों की खनकअब मुझे सुनाई ही नही देतीउनके जाने सेमेरा जमाना चला गयामेरा …
मैं तुझमे ही रहता रहा पल-दर पल,महीनों का सफ़र मैं तुझमे रोज-रोजबढ़ता ही रहा सुनने को मेरी किलकारियांन जाने तुमने कितना त्याग किया व्रत किया,अनुष्ठान किया दान दिया ,बलिदान …
मुझे नहीं पतातुम कब ,क्यों और कैसे आ गएअजनबी ही थे तुम मेरे लिएऔर मैं तुम्हारे लिएपर जब से तुम आये होमुझे मेरा हो कर रहने ही नहीं दियामुझे …
जाने क्या है ऐसा जो दिल मे मेरे चुभता हैधीरे-धीरे रिसता हैभीतर ही भीतर जलता हैटूटता है ,बिखरता हैना संभले संभलता हैकिस्मत ने कैसी खींची है लकीरेसब कुछ है …
शीर्षक-अनकहा प्यारमैं जानता था फिर भी झुठला रहा थाएक बार नहीं बार-बारजितनी दफा तुम मिली ना मुझेशायद उतनी बारतुम्हे देख कर जो हाल होता था ना मेरा कहाँ बता …
आज अरसे बाद एहसास हुआ है फिर सेकी मैं ज़िंदा हूँसाल दर साल जैसे वक़्त बीत रहा थामैं धीरे-धीरे मर ही तो रहा थामेरी बढ़ती नाकामियों ने तो लगभग …
मैं एक बाप हूँअमेरिका वाले बेटे का बापऔर मुझे गर्व भी है मेरे बाप होने कामैंने अपने उम्मीदों से भरे बेटे कोआसमां की ऊंचाइयों तक पहुँचा दिया हैजहाँ से …
साजिशों का दौर हो चला हैहर कोई अब साजिश ही करने लगा हैकहाँ किसी ने कुछ भी बचा रखा हैजिसे देखो वो तन के खड़ा हैहर कोई बस एक …
ओ बदरा प्यारे मन के दुलारे कब बरसोगे तुममेघ लिए आँगन हमारेधरा की प्यासअपने नैनो से बुझा रहेमनमोहिनी मोरनी के भाग्य जगा रेओ बदरा प्यारेदेख खेत में हल लिए …
आखिर क्यों तुम्हे देख करसिर मेरा झुक जाता है क्या तुम ख़ुदा होजिसकी मैं इबादत करने लग जाता हूँतुम्हे देख कर मैं क्यो तू हो जाता हूँऐसा लगता है …
जब भी मैं होता हूँ तुम्हारे आस-पासक्या तुम्हें कुछ भी नहीं होता हैक्या तुम्हारे भीतर वो सुगबुगाहट नहीं होतीक्या तुम्हारी आँखे मुझे तलाशने की कोशिश नहीं करतीक्या तुम्हें मेरी …