Category: अभिनव कुमार
अकेला चल पड़ा हूँ हौसला मज़बूत लेकर मैं, मेरा विश्वास हर बाधाओं को भी काट देता है हवा ख़ुद ही बचाती है यहाँ दीपक को बुझने से ईरादे नेक …
जिसे देखो वही दिल से यहाँ पर खेल जाता है शराफत का पुजारी आज अक्सर जेल जाता है जो कल तक दूसरों को धर्म की बातें बताता था वो …
मैं कोई बात कहूँ वो गलत समझता है वो मेरा यार मुझे अब अलग समझता है तुम्हारी आँखों में पहली सी मोहब्बत न रही नज़र की बात यहाँ बस …
ये ज़रूरी नहीं कि तू वो ही कहे जो मुझे पसंद हो, ज़रूरी है कि तू वो ना कहे जो मुझे नापसंद हो !! लोग कहते हैं,,,,, ”सच्ची मोहब्बत …
ये धरती सूखती है,तब उधर बरसात आती है सिहर जाता हूँ मैं जब-जब भी उनकी बात आती है मुझे हैरत है,रातों को वो कैसे नींद लेते हैं, यहाँ हर …
कर तेरा अभिनन्दन,तेरी चरणों में शीश झुकाता हूँ हो जाये सफल जीवन,मेरा आशीष जो तेरा पाता हूँ ऐसी शक्ति दे दयानिधि,कर सकूँ मदद मै दीनो की खुशियों से घर …