मलाल-ए-दिल Nikunj Suthar 21/03/2015 निकुंज बी. सुथार No Comments दिल है मेरा क़ायल इश्क का क़ीमत इसकी बताइये, हाल है मेरा बेहाल ख़ुश्क सा आफ़त इसकी बताइये । जिस्म मेरा घायल अश्क़ का उक़ूबत इसकी बताइये, जख्म मेरा … [Continue Reading...]