टूटे हुए सपने …(कविता) Onika Setia 22/02/2017 ओनिका सेतिया 'अनु' 8 Comments हाय यह क्या हुआ मेरे साथ . कैसा सितम हुआ जिंदगी के साथ. संजोये थे जो सपने मैने अपनी आँखों में, वोह सपने कहाँ खो गए? कल तक जो … [Continue Reading...]
गुजारिश Sandeep Jagtap 25/09/2014 संदीप विजय जगताप No Comments एक सदा वो मेरि भी सुने, गुफ्तगु करना ह्मे भी आता हे॥ आये वो कभी मुझसे भी मिलने, मिलना भिछड्ना हमे भी आता हे॥ चल कर जाउ चांद हे … [Continue Reading...]