Tag: जीवन दर्शन
सच्चाई एक छत्ता हैहमें चुन – चुन के रस भरना हैखट्टे मीठे तीखे कसैले हैं सब रंग तू तय करले तुझे कौन सा स्वाद चखना है सच्चाई…. Оформить и …
हे पवन !तू है बड़ी चंचल री,छेड़ जाती है,अधखिले पुष्पों को…!है जो चिरनिंद्रा में लीन,सुस्ताते हुए डाल पर,तेरे गुजरने के बादविचलित हो उठते है,नंन्हे शिशु की मानिंदतरस उठते है,जैसे …
शिव भोले बाबा, शिव शम्भू हमारे…शिव चरणों में सब बंधू सखा रे….शिव महिमा गुणगान करे हम…शिव सुत हम शिव पिता हमारे….शिव नाद गूंजे है ब्रह्माण्ड ये सारे…शिव नर्तन कण …
यह बेजुबान जानवर,यह भोले जानवर ,इंसान की नियत से बेखबर ,यह मासूम जानवर .घर पर तो लाते हैं,बड़ा प्यार-दुलार देते हैं,लेकिन जब निकल जाये मतलब,तो सड़कों पर भटकने/मरने को …
भागती सी ज़िन्दगी में जल्दी पाने की होड़ मची,खुद की खुदी के लिए लोग रोंदते औरो की ख़ुशी|फ़ुर्सत नहीं किसी के पास हर इंसान थका सा,ज़िन्दगी में अपनी बढ़ती …
दर्द देती है, फिकी है कभी,फिर हसना भी सीखा रही,ज़िन्दगी से शिकायत कैसी,वह तो जीना ही सीखा रही|जुदाई है, गम देती है कभी,पर हर पल साथ निभा रही,ज़िन्दगी से …
कुछ बन जाने की चाहत, मन में लिए,अपनों से कितनी दूर निकल जाते है, लोग,वक़्त के हाथो कैद, बिना रुके बस चलते रहते,कभी कभी खुद को भी भुला, सपने …
लेख शुरू करने से पूर्व मैं पाठकों को दो चित्रों से अवगत करना चाहूंगा:—पहला चित्र:— “प्रेमचंद” की शवयात्रा गुज़र रही थी। तब सामने से गुज़रते किसी अपरिचित व्यक्ति ने …
हमें बहुत प्यारे लगते हैं / वीर बाँकुरे गढ़वाली / सीमा पर, अपलक जगते हैं / वीर बाँकुरे गढ़वाली / मातृभूमि का चप्पा-चप्पा / इनके शोणित से संचित / …
हर इंसान बने, अब अच्छा,नाता जोड़े, लोगो से सच्चा,छल कपट और दुर्भावना का यहाँ न कोई स्थान न हो,देश तोड़ने वालो का इस जहाँ में अब न कोई मान …
शब्द विवेचन – “प्रेम” शब्द माला के “प” वर्ग के प्रथम और व्यंजन माला के इक्कीस वे अक्षर के साथ स्वर संयोजन के बना “अढाई अक्षर” का शब्द …
गया दिसंबर आई जनवरी lलेकर फिर एक नया साल llखुशियों से भर जाये झोली lना रहे कोई भी फटे-हाल llना सोये कभी कोई भूखा lना किसी को दुःख सताये …
बचपन से बुढ़ापे तक के सफर में,रिश्तों का तानाबाना बुनते बुनते,हम एक जाल सा बुन तो लेते है,पर ज़िन्दगी के अंतिम पड़ाव में,कुछ, साथ छोड़ चुके होते,कुछ, साथ रहना …
कुरेदे न, ज़ख्म, किसी के कभी,कर सके तो, गम भूलने में, मदद करे|आंसु दे न, आखों में, किसी के कभी,भर सके तो, खुशियाँ औरो के, जीवन में भरे|घाव दे …
मैं सैनिक हूँमैं जगता हूँ रातभरचौकस निगाहें गड़ाए हुएउस जगह जहाँ अगली सुबह देख पाऊंइसमे भी संशय हैउसके लिए जो अभी अभीछाती से लगाके सोई है मासूम बच्चे कोमैं …
आधी अधूरी अंग्रेजी बोल, ज्ञानी खुद को है माने,राम को कहे है देखो रामा,और वेद को कहे है वेदा|अपने गलतियों से मुँह मोड़, ज़माने में ढूंढे है ऐब,हवाएँ तो …
माटी का पुतला ◊ हे मानुष !जीता है किस गुमान मेंपलता, बढ़ता हैजाने किस अभिमान में!-!जानकर भी हर कोई अन्जान हैकहते है यही विधि का विधान हैजाने क्यों सत्य …
जब तक है सांस,तब तक रहेगी आस,जारी रखे सब अपनी अपनी तलाश,कभी न हो अपने जीवन में निराश|केवल दुःख में खो न जाए कभी,खुशियों के पल को याद रखे …
आँगन में आती धुप से,वृक्ष की ठंडी छाव से,ताजी बहती हवा से,फरक तो पड़ता है,कुछ पल के लिए ही सही,मन अपना भी खिल उठता है|लोगो के फरेब से,लोगो के …
एक पहेली ही तो है, बस जीवन अपनाकब, कहाँ, क्या, कैसे, हो जाए घटनाजिसे समझ सके, न हम कभी,वही पे विवश नज़र आते सभी,ऊपर वालें के ही हाथ है …
केवल पढ़लिख कर क्या होगा,अगर अच्छे इंसान भी, न बन सके हम? केवल धन उपार्जन करने से क्या होगा,अगर जरूरतमंद की मदद भी, न कर सके हम? केवल बड़े …
परायो को अपना बनाना, आज आसान है,अपनों को अपना बनाएं रखना, एक बड़ी चुनौती है… अनु महेश्वरीचेन्नई Оформить и получить экспресс займ на карту без отказа на любые нужды в …
(देख दुनिया की हालात, व्याकुल हुए प्रभु खुद और कर बैठे इन्सान से कुछ सवाल, बस मेरी कल्पना भर है| कभी कभी ऐसा सोचने लगती हूँ. आखिर प्रभु को …
इधर की बात उधर करना, यह आदत, होती है बुरी,ऐसे लोगो की वजह से ही रिश्तों में आ जाती है दुरी| अगर कोई किसीकी निंदा, तुम्हारे सामने करे, सम्भलना,उसके …
सूनी आंखे, सूखे आंसू, सेहत से बीमार है हमये सब तोहफा है उसका, जिस हूरपरी के यार है हम।माना के बयाँ कर देना था वो किस्सा मेरे प्यार का …