Yaha Asamaya ki rati hai (यह असमय की रति है) hitishere 19/07/2017 अज्ञात कवि 6 Comments यह असमय की रति हैतुम्हारे बीच जो खिंचाव है,वह सिर्फ माया हैभला जो चीज है ही नहींउसे भी किसी ने पाया हैखिंचाव असमय की रति हैजो खिंच जाए उसकीमारी … [Continue Reading...]
मत बैठो कभी खाली…-पियुष राज पियुष राज 03/12/2016 पियुष राज 4 Comments मत बैठो कभी खाली…अपने जीवन में खुशियों कीतुम बढ़ाते रहो डालीकुछ-ना-कुछ करते रहोमत बैठो कभी खालीअपने जीवनकाल मेंजो समय को व्यर्थ गवांतेवे अपने पूरे जीवन मेंकभी नही कुछ पातेखाली … [Continue Reading...]