-: शरद पूर्णिमा :-आज पूर्ण चन्द्रमा, सोलह कलाओं से युक्तधरती पर अपनी, अमृत बरसाने आया हैधरा के समीप होगा, दमकते चाँद काये सुंदर संजोग, शरद पूर्णिमा कहलाया हैश्री, भू, …
‘श्रीराम मेरे ही हैं’ तू यह कहता है’किशन हैं मेरे’ तू यह भी कहता है’पावन गंगा मैय्या हैं मेरी यमुना की जलधार मेरी है’तू यह कह कर नादान न …
*थे वे शर्माए*अति रंजितअनजान सफरथे वे शर्माए;दादा आदमउतर धरा परथे जब आए।अकेलेपन-घोर अकेलेपनमें थे वे घिरे;दादा आदमकोई कहे मनु जी चिंतित पड़े;वैसी ही पीड़ा दादी ने भी था झेलातो …