जीवन साथी abhisekagrawal 19/06/2020 अज्ञात कवि No Comments मेरी अनकही अमानत, मेरी इकलौती इबादत,मेरी ज़रूरत, तु ही तो है मेरी ज़िंदगी,ज़ख़्मों का मरहम, मेरा नादान बचपन,मेरी हँसी, तु ही तो है मेरी अमादगी । मेरी पहली उम्मीद, मेरा … [Continue Reading...]
सपनो की उड़ान हो रौशानी सिंग 19/06/2020 अज्ञात कवि No Comments तुम कहते हो तो मैं उड़ जाऊँगीक्या पता मेरे सपनो की उड़ान हो अपनी डोर मैं अपने पास रखूँगी क्या पता कल मैं कही और हो तुम कहते हो … [Continue Reading...]