रुको, ठहरो ,बाहर न जाओ, Parmeshwar 19/06/2020 अज्ञात कवि No Comments रुको, ठहरो ,बाहर न जाओ,बाहर में एक शैतान बैठा है।पता नहीं वह किस वेशभूषा में बैठा है?वह भूखा है ,इंसानों को खाने की आस में बैठा है।पता नहीं वह … [Continue Reading...]
कोरोना का उपचार (कविता) पियुष राज 29/03/2020 पियुष राज 2 Comments कोरोना’ का उपचार (कविता) चीन से आई है एक ऐसी बीमारी जो आज बन गयी है यह महामारी नाम है इसका ‘कोरोना’ पर आप इससे डरो ना ये बीमारी … [Continue Reading...]