बाल श्रम : छंद कुण्डलिया Ambarish Srivastava 13/10/2013 अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर' No Comments (१) बालिका की नज़र से फोटो खींचा खींच लो, जानूं नहिं क़ानून. मैं तो फ़र्ज़ निभा रही, मेरा देख ज़ुनून. मेरा देख ज़ुनून, घूरते लोग अचम्भा. साफ़ करूं वह … [Continue Reading...]