Tag: छंद हरिगीतिका
सूर्य परिचय मध्यान्ह बल है सूर्य का स्वामी अयन का जानिए | है देव पावक शुष्क सात्विक तत्व पावक मानिए || हरिवंश क्षेमोपाय है संज्ञा चतुष्पद है सही | …
श्री गणेश स्तुति गणनाथ गणनायक विनायक भालचंद्र गजाननम | लम्बोदरम शिव पुत्र गणपति श्री गणेशं ध्यायितम || व्यापक चराचर आदि पूजित वक्रतुंड सुरेश्वरम | कर दो कृपा शिव दास …
गुरुदेवत्वंशुचिज्ञानपुंजं कोटिसवितासमप्रभं . द्विजजन्मदातापञ्चरिपुहर सिद्धिदायकतमहरं . सद्बुद्धिशुभसन्मार्गप्रेरक गुरुकृपामममस्तकं . कुरुध्यानअंबरदंडवतनित आदिगुरुपरब्रह्मत्वं .. रचनाकार : इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’ दूरभाष: 09415047020, 05862244440
शिवरुद्रएकादशत्वमेंयं पवनतनयंध्यायितं | नृपकेसरीहरिअंजनासुत पञ्चमुखप्रभुपूजितं | शनिदम्भहर्तादुष्टदलनं ज्ञानवीरंशोभितं , शरणागतंसियरामभक्तं हनुमतंसुरवंदितं || रचनाकार : इं० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
करबांसुरीमनमोरश्यामल उज्ज्वलाद्वैशोभितं | शुचिभावमुद्राछविमनोरं अखिलविश्वंमोहितं | सुखशांतिदात्रैलोक्यपूजित रूपराधावल्लभं | शरणागतंशुभभगवते गोवासुदेवंकेशवं || रचनाकार : इं० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
मसिलेखनीकरश्यामवर्णी सृष्टिपूजितध्यायितं | दुःखपापहर्तामोक्षदायक न्यायईशंवंदितं| सदबुद्धिदायककर्मयोगी ओंकारंपूजितं, शरणागतंप्रभुरूपपावन चित्रगुप्तंशोभितं|| –इं० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
शुचिशुभ्रवसनाशारदा वीणाकरेवागीश्वरी | कमलासिनीहंसाधिरूढ़ा बुद्धिदाज्ञानेश्वरी | अमृतकलशकरअक्षसूत्रं पुस्तकंप्रतिशोभितं, शरणागतंशुभसत्त्वरूपा वेदमातावंदितं || — इं० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’
श्रीवैष्णवीभृगुख्यातिजनिता सिन्धुतनयाशोभितं| पद्मासिनीकरशंखकमला स्वर्णदासुरपूजितं| हेऋद्धिदायिनिसिद्धिरूपा पूजितं गजवंदितं, श्रीविष्णुभार्याविश्वमाया लक्ष्मीजनमोहितं|| रचयिता : –इं० अम्बरीष श्रीवास्तव ‘अम्बर’