क़िता – 2 ( मुक्तक ) सुब्हे किरण के साथ नई रौशनी मिले : SALIM RAZA REWA SALIM RAZA REWA 13/10/2010 सलीम रजा 16 Comments oo सुब्हे किरण के साथ नई रौशनी मिले !! गुलशन के जैसी महकी हुई ज़िंदगी मिले !! ये है दुआ तुम्हारा मुक़द्दर रहे बुलंद !! तुमको तमाम उम्र ख़ुशी ही ख़ुशी … [Continue Reading...]