हसरत – मेरी शायरी……. बस तेरे लिए sarvajit singh 26/07/2016 सर्वजीत सिंह 16 Comments हसरत मेरी हसरत थी कि उनका प्यार मिले ……………………………………. उनकी हसरत थी कि मुझ जैसा यार मिले आग बराबर लगी थी दोनों तरफ मोहब्बत की ……………………………… फिर भी ना … [Continue Reading...]