हरिणी छंद “राधेकृष्णा नाम-रस” Basudeo Agarwal 03/10/2020 बासुदेव अग्रवाल 'नमन' No Comments हरिणी छंद “राधेकृष्णा नाम-रस” मन नित भजो, राधेकृष्णा, यही बस सार है। इन रस भरे, नामों का तो, महत्त्व अपार है।। चिर युगल ये, जोड़ी न्यारी, त्रिलोक लुभावनी। भगत … [Continue Reading...]