बेटी का सवाल -तुलसी कुमार Tulsi kumar 15/05/2017 अज्ञात कवि 10 Comments समझो ना पराया हमें,हम भी तो अपने हैं।यूँ ना हमसे मुँह मोड़ो,हमारे भी कुछ सपने हैं।क्या इतना बड़ा गुनाह है,इस दुनिया मे हमारा आना,कुछ हमारे भी सवाल हैं ,जरा … [Continue Reading...]