सेज़ है सज़ायें- डी के निवातिया डी. के. निवातिया 10/09/2018 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 12 Comments सेज़ है सज़ायें-***यह लो वो सज़ गए फिर से पहन सेहरा भी,अब तो कोई जाकर उन्हें हमारी याद दिलायें !हम ख़ाक में मिल गए उनके एक इशारे पेऔर वो … [Continue Reading...]