संवेदनाऐं rakesh kumar 10/04/2019 राकेश कुमार No Comments 1 तेरी सादगी जीना मुहाल करती है मासूमियत भी बहुत बवाल करती हैगुजर तो जाऐं रुसवा होकर भी पर ये आँखें बहुत सवाल करती हैं2 क्या लिखूँ तुझपर हर … [Continue Reading...]