शालिनी छन्द (“राम स्तवन”) Basudeo Agarwal 03/10/2020 बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 1 Comment शालिनी छन्द (“राम स्तवन”) हाथों में वे, घोर कोदण्ड धारे। लंका जा के, दैत्य दुर्दांत मारे।। सीता माता, मान के साथ लाये। ऐसे न्यारे, रामचन्द्रा सुहाये।। मर्यादा के, आप … [Continue Reading...]