भगवती वंदना Lokesh Kumar Jha 05/10/2019 अज्ञात कवि No Comments निश्चल हो, स्वच्छंद हो मैयासकल चराचर तारिणी,रूप तेरा है अद्भुद है मैया,ज्वाला भरी है कांति;हृदय में ममता भी है मैया,कर दे अब उद्धार…जय भगवती…….उच्चैठवासिनी भगवती….. ब्रह्माजी को तूने बचाया,मधु-कैटभ के … [Continue Reading...]