रोता हुआ हमको छोड़ गई – डी के निवातिया डी. के. निवातिया 29/05/2019 धर्मेन्द्र कुमार निवातियाँ 6 Comments रोता हुआ हमको छोड़ गई! तन-मन से हमको तोड़ गईरोता हुआ हमको छोड़ गई किस बात की मिली सज़ाक्यों हम से तुम मुख मोड़ गई बैठी रहती थी तू … [Continue Reading...]